विराट कोहली फेवरेट प्लेयर, 1 ओवर में 4 छक्के मारने का दम, 12 गेंदों में रियान पराग ने राजस्थान की इज्जत की कम

रियान पराग: आईपीएल 2023 में बीती रात राजस्थान और लखनऊ के बीच एक शानदार मुकाबला देखने को मिला. पहले बल्लेबाज़ी करते हुए लखनऊ ने 153 रन का लक्ष्य बनाया जिसके सामने राजस्थान की शरूआत तो बेहतरीन रही लेकिन एक बार फिर टीम के फिनिशर रियान पराग ने टीम को निराश किया. एक तरफ आईपीएल में आखरी ओवर में शानदार बल्लेबाज़ी से रिंकू सिंह, राहुल तेवतिया जैसे युवा खिलाडी शानदार फिनिशर बन कर उभरे है लेकिन रियान पराग हमेशा की तरह इस बार भी फ्लॉप साबित हुए.

मैं लगाऊंगा चार गेंदों में चार छक्के – रियान पराग

राजस्थान रॉयल्स के साथ जुड़े रियान पराग (Riyan Parag) हर सीज़न में अपने अच्छे प्रदर्शन का दावा तो करते रहे है लेकिन कभी भी टीम के लिए कोई भी खास योगदान करते दिखाई नहीं दिए है. क्रिकेट के मैदान से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले रियान पराग ने आईपीएल 2023 के शुरुआत होने से ठीक पहले बड़ा दावा किया था. उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा था उन्हें लगता है कि वो किसी ओवर में 4 छक्के मारेंगे IPL में इस बार. पर जरूरत के वक़्त हो निराश करते हुए नजर आते है. बता दें कि रियान पराग के फेवरेट खिलाड़ी विराट कोहली है.

बीते मैच में वो 12 गेंद में 15 रन ही बना पाए थे. टीम में मैच फिनिशर के तौर पर रियान पराग को शामिल किया जाता रहा है. वो लगातार प्लेइंग 11 में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे है पर उनका प्रदर्शन बेहद खराब ही रहा है. पराग एक तरफ अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हुए नज़र आते रहे है लेकिन उनके बल्ले से कोई भी पारी पारी निकलती हुई नज़र नहीं आई है. आपको बता दें रियान पराग साल 2019 से ही राजस्थान के साथ जुड़े हुए हैं लेकिन ऐसा कोई सीजन नहीं रहा जिसमें इस खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया हो.

रियान पराग के आंकडें रहे है ख़राब

अगर हम रियान के आंकड़ों पर नजर डाले तो पराग अभी तक 52 मैच खेल चुके है. इस दौरान 42 पारियों में टीम के लिए मैदान पर रन बनाने आये पर सिर्फ दो बार ही 50 रन का आंकड़ा पार कर पाए. इतने सारे मुकाबलों में मौका मिलने के बाद भी रियान का औसत सिर्फ 16.46 का ही रहा है. इसके अलावा स्ट्राइक रेट भी 123.61 का रहा है जो औसत ही कहा जा सकता है.

वही गेंदबाजी में भी पराग का इकॉनमी रेट 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा है. मैदान पर बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के अलावा रियान फ़ील्डिंग में दौरान अपनी हरकतों की वजह से भी चर्चा में बने रहते है. इतने खराब आंकड़ों के बावजूद टीम में बने रहने की कोई भी वजह समझ नहीं आती है. सवाल यही है कि ऐसे खराब प्रदर्शन के बावजूद पराग टीम में क्यों हैं और साथ ही उन्हें 3.80 करोड़ रुपये क्यों दिए जा रहे हैं.

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